राज्य सरकार की पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश को ऑटो और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के केंद्र के रूप में तेजी से बदलने की योजना पर ज़ोर शोर से काम शुरु हो चुका है।
हाल ही में, यूपी सरकार ने पहले यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले की घोषणा की है, जिसमें इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा। यह मेला ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क- 2 में स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट के तत्वाधान में होगा। इस मेले में ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़े बड़े नामों जैसे, MG, TATA, KIA, JBM और MINDA आदि के आने की उम्मीद है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) की अप्रैल से जून 2023 की अवधि के लिए वाहन बिक्री के नवीनतम आंकड़ों पर दी गई एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश बिक्री की दौड़ में सबसे आगे बनकर उभरा, जहां यात्री वाहन की बिक्री में 10 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, साथ ही दोपहिया वाहनों की बिक्री में 17 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई। वाणिज्यिक वाहन और तिपहिया खंडों ने भी मजबूत वृद्धि का प्रदर्शन किया, प्रत्येक ने क्रमशः 10 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की सराहनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
यूपी सरकार न सिर्फ ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा दे रही है बल्कि प्रदेश को सरकारी विभागों में 100 फीसदी ईवी रखने वाला देश का पहला प्रदेश बनाने के लिए क्रियान्वित है। सभी सरकारी विभागों में उपयोग किए जाने वाले वाहनों को 2030 तक चरणबद्ध तरीके से ईवी में बदलने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री और इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार ने एक लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी के चलते राज्य में ईवी वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक वाहन मैन्युफैक्चरिंग एंड मोबिलिटी पॉलिसी 2022 की अधिसूचना के तहत ईवी की खरीद पर तीन साल तक टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस में छूट का प्रावधान किया है। वहीं, राज्य में निर्मित ईवी की खरीद पर यह छूट पांच साल के लिए मान्य होगी। प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनो और वाहन उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए जो कदम उठाए गए हैं उसी कड़ी में यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का नाम भी जुड़ गया है। ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़े बड़े नाम तो इस मेले में आएंगे ही साथ ही उद्योग से जुड़े छोटे कारोबारियों को भी इससे फायदा होगा। इससे न सिर्फ प्रदेश में व्यापार को फायदा मिलेगा बल्कि रोज़गार के नए अवसर भी पैदा होंगे।